आँखों की रौशनी कम होने के मुख्य कारण –
आज कल देखा जाता है बहुत कम उम्र में ही लोगों की आँखों की रौशनी कमजोर हो जाती है और चश्मा लगाने या कई बार तो ऑपरेशन कराने की जरुरत पड़ जाती है। आइये जानते हैं क्या हैं इसके मुख्य कारण –
- विटामिन A की कमी – आपके शरीर में अगर विटामिन A की कमी है तो निश्चित ही आपको चश्मा लगाने की जरुरत पड़ेगी। विटामिन A की कमी से आँखें कमजोर हो जाती हैं।
- इलेक्ट्रॉनिक संसाधन– एक तरफ आज हमारा विज्ञान जहाँ तेजी से प्रगति कर रहा है वहीँ इसके कुछ दुष्प्रभाव भी हैं। आजकल सभी लोग इलेट्रॉनिक चीज़ों से घिरे हुए हैं जैसे टीवी, स्मार्टफोन खास तौर पर लैपटॉप और कम्प्यूटर। ये सभी चीज़ें आखों को नुकसान पहुँचाती हैं। ज्यादा देर तक कम्प्यूटर चलाना, हमेशा मोबाइल में आँखें गड़ाए रखना, टीवी से चिपके रहना ये सभी आदतें आपकी आँखों की रौशनी लिए घातक सिद्ध हो सकती हैं।
- सही देखभाल ना करना – आखों की देखरेख भी बहुत जरुरी है। रोजाना आखों को स्वच्छ पानी से धोने से आँखों की रौशनी बढ़ती है। अगर आप रोजाना देखभाल नहीं कर रहे हैं तो आपको कम रौशनी की शिकायत हो सकती है।
कैसे करेंआँखों की देखभाल –
- साफ पानी से आँखें धोयें – दिन भर की भाग दौड़ में वाहनों का धुआँ और अन्य केमिकल आँखों को नुकसान पहुंचाते हैं तो कोशिश करिये दिन में कम से कम दो बार आँखों को स्वच्छ पानी से धोयें। रात को सोने से पहले भी एक बार आँखों को जरूर धो लें इससे आपकी आँखें तरोताजा रहेंगी।
- कम्प्यूटर पर ज्यादा काम ना करें – कम्प्यूटर से निकलने वाली किरणें आखों को बहुत नुकसान पहुँचाती हैं। अगर आप रोजाना 2 – 3 घंटे लगातार कम्प्यूटर पर काम करते हैं तो आपको ‘कम्प्यूटर विजन सिंड्रोम’ हो सकता है। कोशिश करिये की हर 20 मिनट बाद आँखों को कम्प्यूटर की स्क्रीन से हटाया जाये।
- पलकें झपकाएँ – वैज्ञानिकों की मानें तो लगातार कम्प्यूटर पर काम करने वाला इंसान, नार्मल इंसान से कम पलकें झपकाता है जिसकी वजह से ड्राई आईस जैसे प्रॉब्लम अक्सर हो जाती है। दोस्तों 1 मिनट में कम से कम 10 -12 बार पलकों को झपकना चाहिए और कम्प्यूटर पर काम करते हुए इस बात का विशेष ध्यान रखें।
- काम के बीच रेस्ट लें – कम्प्यूटर या लैपटॉप पर काम करते हुए कम से कम 20 मिनट में एक बार आखों को स्क्रीन से हटाइये और 20 सेकेण्ड तक का रेस्ट लीजिये। शुरुआत में दिक्कत होगी लेकिन धीरे धीरे इसे आदत बनाया जा सकता है।
- पर्याप्त रौशनी – ध्यान रहे कि जिस जगह आप काम कर रहे हों वहाँ पर्याप्त रौशनी हो ताकि आँखों पे जोर ना पड़े। अगर पर्याप्त रौशनी नहीं होगी तो कम्प्यूटर स्क्रीन की रौशनी कई गुना खतरनाक असर करेगी।
- रौशनी की दिशा – जिस कमरे में आप बैठ कर कम्प्यूटर चला रहे हों वहाँ रौशनी आपकी कमर की ओर से आनी चाहिए नाकि सीधे सर की तरफ से, अगर दिशा सही नहीं हुई तो आँखों पे बहुत जोर पड़ेगा और रौशनी सर की तरफ होने से आपका फोकस भी नहीं बनेगा।
- कम्प्यूटर की Brightness – इसे आप कम्प्यूटर स्क्रीन की चमक भी कह सकते हैं। लैपटॉप या कम्प्यूटर की चमक को अपनी आँखों के अनुसार सेट करें मतलब इतनी ज्यादा brightness ना हो कि आपकी आँखों पे जोर पड़े और नाही इतनी कम हो की बहुत ज्यादा गौर से देखना पड़े।
- कम्प्यूटर ग्लास – अगर आप लगातार घंटों कप्यूटर पे काम करते हैं तो अच्छा रहेगा कि आप डॉक्टर से कम्प्यूटर ग्लास(एक चश्मा) ले लें जिससे आपकी आँखें नुकसान पहुँचाने वाली किरणों से बची रहेंगी (blue block glasses)।
- अच्छी नींद लें – एक स्वस्थ इंसान को कम से कम 6 -8 घंटे जरूर सोना चाहिए, इससे आखों को आराम मिलता है और पोषण भी मिलता है। अगर आप 6 घंटे से कम सो रहे हैं तो आप का विजन(देखने की शक्ति) ख़राब हो सकता है।
- सुबह घूमने जाएँ – सुबह की ठंडी हवा आँखों को बहुत ताजगी प्रदान करती है। और सुबह हरी घास देखने से आँखों की रौशनी बढ़ती है अगर आप गाँव से हैं तो सुबह हरी घास को देखें इससे आँखों को बहुत शीतलता मिलेगी।
- रात में ज्यादा कम्प्यूटर पर काम न करें – कोशिश करें अपना सारा काम दिन में ही खत्म कर लें। अगर मज़बूरी न हो तो रात में ज्यादा देर तक कम्प्यूटर चलाने से बचें। रात को ज्यादा देर तक टीवी ना देखें और अँधेरे में ज्यादा देर तक मोबाइल या स्मार्टफोन ना चलायें क्यूंकि इनकी रौशनी आँखों पे बहुत गन्दा असर डालती है।
- डॉक्टर से चेकअप कराएं – साल में एक बार डॉक्टर से आखों का चेकअप जरूर कराना चाहिए जिससे छोटी छोटी समस्याओं का पता चल जाता है। अगर आखों में रूखापन(ड्राई आई), लाली(रेड आई) या ज्यादा दिन तक दर्द रहे तो डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।
- खान पान – पपीता खाना आँखों के लिए अच्छा होता है। इसके अलावा हरा धनिया खाने में जरूर इस्तेमाल करें। फल और हरी सब्जियाँ खूब खायें।
- आँखों का व्यायाम – आँखों के लिए कुछ छोटी छोटी एक्सरसाइज होती हैं जिन्हें आप कहीं भी और कभी भी कर सकते हैं। एक छोटी सी एक्सरसाइज़ है –
- अपनी आँखों को धीरे से बंद करें और आँखों को clockwise गोल गोल घुमाएँ, कुछ देर तक ऐसे ही करें इसके बाद anticlockwise फिर से यही दोहरायें। इससे आँखें स्वस्थ रहेंगी।